
मौके पर जमा भीड़
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के वेस्ट अर्जुन नगर के जिस फ्लैट में रितु और मधुमिता ने दम तोड़ा उसमें एसी खराब पड़ा था। वेंटिलेशन के लिए एग्जाॅस्ट नहीं था। चार दिन तक दोनों के शव पड़े रहे। इस दौरान भीषण गर्मी थी। पुलिस मान रही है उनकी मौत भीषण गर्मी से हो सकती है।
इलाके में तेज दुर्गंध फैलने पर बृहस्पतिवार को पड़ोसियों ने सूचना दी। पुलिस ने अंदर से बंद फ्लैट के दरवाजा तोड़कर दोनों के शव निकाले। दोनों शव गलने लगे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। शनिवार को रिपोर्ट मिल सकती है। पुलिस के अनुसार दोनों बहनें जिस फ्लैट में रहती थीं, उसमें उनकी मौत भीषण गर्मी से भी हो सकती है। इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है। दोनों की मौत स्वाभाविक थी। आत्महत्या या हत्या के साक्ष्य नहीं मिले हैं।
20 साल से एक साथ एकाकी जीवन गुजार रही दोनों बहनों में 65 वर्षीय रितु बड़ी थी। 62 वर्षीय मधुमिता छोटी थी। रितु के पैर में तकलीफ थी। वह चल फिर नहीं सकती थी। मधुमिता ही राशन व अन्य घरेलू सामान के लिए घर से बाहर निकलती थी। एक सप्ताह से मधुमिता भी बीमार हो गई थी।
आशंका है कि बीमारी की हालत में घर से बाहर निकली होगी। गर्मी में तबीयत और बिगड़ गई होगी। जिसके बाद मधुमिता ने बंद फ्लैट में सोफे पर दम तोड़ दिया। मधुमिता का शव पुलिस को सोफे पर मिला। मधु की मौत के बाद रितु बेड से उतरने में असहाय हो गई। बेड पर ही रितु की सांसें थम गईं।