
झांसी में एक अप्रैल से स्कूल में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है मगर किताबों की कई दुकानों पर एनसीईआरटी की किताबें ही नहीं है। जिन दुकानों पर एनसीईआरटी की किताबें मिल भी रही हैं तो वो भी आधी-अधूरी। किताबें न मिल पाने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अभिभावक दुकानों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
अमर उजाला ने बृहस्पतिवार को शहर की किताबों की दुकानों पर एनसीईआरटी की पुस्तकों को लेकर पड़ताल की। सदर बाजार की दुकान में कई कक्षाओं में एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं थीं। सीपरी बाजार में भी यही स्थिति देखने को मिली। जहां किताबें उपलब्ध थीं, तो वहां भी कुछ ही विषयों की। ब्यूरो