
गरुण क्रूज
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वृंदावन के घाटों के बीच गरुड़ क्रूज को चलाने के लिए यमुना में पानी छोड़े जाने का इंतजार है। विगत माह केशीघाट से लेकर जुगल घाट तक हुए सात ट्रायल के बाद से यमुना में पानी कम होने के कारण क्रूज एक ही स्थान पर यमुना किनारे खड़ा है। यमुना में डबल इंजन क्रूज के संचालन के लिए 10 फीट पानी होना आवश्यक है।
150 यात्रियों को यमुना की सैर कराने की क्षमता रखने वाले गरुड़ क्रूज को यमुना में अपर स्ट्रीम से पानी छोड़े जाने का इंतजार है। यमुना में वर्तमान में चार से पांच फीट गहरा पानी है, जबकि डबल इंजन क्रूज को यमुना में चलाने के लिए आठ से दस फीट गहरा पानी की आवश्यकता है। कम पानी के कारण पिछले दो माह से क्रूज केशीघाट के सामने यमुना के दूसरी ओर खड़ा है।
गरुड़ क्रूज के कैप्टन निहार प्रधान ने बताया कि यमुना में केशीधाट से लेकर जुगल घाट और उससे भी आगे श्रद्धालुओं को यमुना की सैर कराने के लिए क्रूज तैयार है। श्रद्धालुओं का एक चक्कर 45 मिनट से लेकर 60 मिनट की यमुना की सैर 450 रुपए में कराई जाएगी। क्रूज में यमुना की सैर करने के लिए क्रूज की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन सीट बुक कराने करानी होगी। क्रूज में यात्रियों को कोल्ड ड्रिंक, पीने का पैक्ड पानी, चाय, कॉफी, पेटीज, समोसा उपलब्ध होगा। इसके एक घंटे चलने में 18 लीटर डीजल की लग जाता है।
गरुड़ क्रूज के कैप्टन निहार प्रधान ने बताया कि गरुड़ क्रूज में वृंदावन के सभी घाटों का दर्शन यमुना में सैर करने के दौरान हो सकेगा। फिलहाल यमुना में जलराशि बढ़ने का इंतजार हो रहा है। वर्तमान में लगभग पांच फीट पानी है, जबकि इसे चलाने के लिए आठ से दस फीट पानी चाहिए। लोग वेबसाइट पर ऑन लाइन सीट बुक कर रहे हैं, लेकिन यमुना में पानी कम होने के कारण बुकिंग नहीं ली जा रही है।