
मौत।
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कासगंज कोतवाली अंतर्गत नदरई क्षेत्र में एक युवक का शव आम के बाग में पेड़ से लटका मिला। ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह शव लटका देखा तो परिजनों को जानकारी दी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य एकत्रित किए।
सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव ठथेरपुर का मुकेश (21) बीते करीब एक वर्ष से कासगंज कोतवाली के गांव नदरई निवासी अपनी बुआ राजो पत्नी राजकिशोर के यहां रह रहा था। इसके साथ इसका छोटा भाई अजय भी रहता था। इसने शहर के नामी स्कूल के सामने एक दुकान खोल रखी थी। जिसमें यह गुटखा, शीतल पेय आदि बेचता था। वह कभी-कभी रात को दुकान पर ही रुक जाता था। शुक्रवार की शाम को जब यह देर शाम घर नहीं पहुंचा तो उसका छोटा भाई अजय करीब 8:30 बजे इसे देखने के लिए भी पहुंचा था लेकिन यह दुकान पर नहीं मिला।
रात को परिजनों ने इसकी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चला। सुबह 7 बजे करीब जब ग्रामीण खेतों की ओर गए तो किसी ने इसका शव पेड़ से लटका हुआ देखा और इसकी जानकारी परिजनों को दी। परिजन मौके पर पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीं खिसक गई। मुकेश का शव आम के बाग में पेड़ से लटका हुआ था।
सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी सूचित किया। पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए। परिजनों ने युवक की हत्या की संभावना व्यक्त की है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक उन्होंने कोई तहरीर नहीं दी गई थी।
सात भाई-बहनों में सबसे बड़ा था मुकेश
मृतक मुकेश के छोटे भाई अजय ने बताया कि वह सात भाई-बहन हैं। इनमें छह भाई व एक बहन हैं। इन सभी में मुकेश सबसे बड़ा था। पिता चंद्रभान दिल्ली में मजदूरी करते हैं।
शनिवार को होनी थी कैंटीन की शुरुआत
अजय ने बताया कि मुकेश ने स्कूल के सामने दुकान में किराए पर ली थी। यहां वह गुटखा, शीतल पेय आदि बेचता था। वह नया काम शुरू करना चाहता था। इसके लिए उसने फास्ट फूड कैंटीन चलाने की योजना बनाई थी। इसकी शुरुआत शनिवार को होनी थी।