अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। शनिवार को आयोजित लोक अदालत के दौरान 23 साल पुराना सिविल मामला महज 9 मिनट में सुलझ गया। दोनों पक्ष आपस में मुकदमा खत्म करने पर राजी हुए। लंबे समय से चल रहे कुटुंब विवाद भी लोक अदालत में निपटे। कई जोड़े राजी खुशी साथ रहने को राजी हुए। कोर्ट से साथ में अपने घरों की ओर रवाना हुए। दिन भर चली लोक अदालत के दौरान कुल 1,72,156 मामले निपटाए गए।
जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष कमलेश कच्छल के सुबह लोक अदालत का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे त्वारित न्याय की दिशा में अहम कदम बताया। उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया से जुड़े सदस्यों से इसमें सक्रिय भागीदारी करने की अपील की। इस अवसर पर नोडल अधिकारी कमल कांत श्रीवास्तव, अपर जिला जज शरद कुमार चौधरी सहित अन्य न्यायिक अधिकारी उपस्थित रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव शरद कुमार चौधरी ने बताया कि इस दौरान कुल 85 वैवाहिक, 48 अन्य सिविल वाद, 7108 शमनीय आपराधिक वाद समेत अन्य तमाम मामले निस्तारित हुए। 23 अन्य सिविल वाद निस्तारित कर 19085672 रुपये समझौता धनराशि के रूप में देने का आदेश पारित हुआ।
इनसेट
मुख्य न्यायालय में निपटे मामलों की संख्या
आपराधिक वाद 1125
विद्युत उपभोक्ता वाद 8915
श्रम विवाद 37
जनहित गारंटी अधिनियम 60445
बैंक ऋण 904
पारिवारिक मामले 85
मोबाइल बिल संबंधी 43
मोटर दुर्घटना दावा 18
विद्युत वाद 277
इनसेट
विभिन्न अदालतों में निपटे मामले
कोर्ट निस्तारित मामलों की संख्या
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मुन्ना लाल 3800
अपर सिविल जज अनिल कुमार सप्तम 1609
सिविल जज गरौठा रामगोपाल यादव 647
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रेलवे अरुण कांति यशोदासवले 1791
न्यायिक मजिस्ट्रेट अमन राय 1816
अपर सिविल जज प्रेरणा यादव 1502
न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय टहरौली श्रेयांश निगम 2605
सिविल जज गरौठा निदा जैदी 529
सिविल जज अरुणा सिंह मऊरानीपुर 1092
सिविल जज शुभम मोंठ 1306
कामर्शियल कोर्ट ललित कुमार झा 3