अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। होटल, विवाहघर से लेकर सरकारी विभाग तक नगर निगम का 7.38 करोड़ रुपये गृहकर दबाए बैठे हैं। नगर निगम ने सभी को नोटिस जारी करके गृहकर जमा करने के लिए कहा है। निगम ने चेतावनी दी है कि पांच मार्च तक गृहकर जमा नहीं किया तो व्यावसायिक प्रतिष्ठान सील कर देंगे।
नगर निगम का सबसे ज्यादा दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड पर 5.49 करोड़ रुपये गृहकर बकाया है। वहीं, अधिशासी अभियंता, सिंचाई निर्माण खंड पर 26.84 लाख, प्रबंधक राजकीय खाद्य गोदाम पर 22.82 लाख, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर 20.20 लाख, अधिशासी अभियंता, एमपी शासन राजघाट नहर परियोजना पर 12.20 लाख, कार्यालय बेसिक शिक्षा अधिकारी पर 11.97 लाख, विधि विज्ञान प्रयोगशाला पर 11.50 लाख, पुलिस अधीक्षक, भ्रष्टाचार निवारण संगठन पर 10.06 लाख रुपये बकाया है। नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अवधेश कुमार ने बताया कि इन सभी सरकारी विभागों पर कुल 6.65 करोड़ रुपये बकाया है।
उन्होंने बताया कि 10 बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठनों पर भी नगर निगम का 73.77 लाख रुपये बकाया है। इसमें होटल एंब्रोसिया के रमेश चंद्र पर 16.37 लाख, पेंटालूंस शोरूम के रमेश चंद्र पर 12.09 लाख, होटल बागवान पर 10.04 लाख, कमला गार्डन के कालीचरण यादव पर 7.84 लाख, व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स के कपिल साहनी पर 7.81 लाख, रॉयल विवाह घर के मोहन यादव पर 6.48 लाख, व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स के देवेंद्र कुमार बक्सी पर 4.29 लाख, गैस एजेंसी की मालिक हेमलता पर 3.44 लाख, फैक्टरी मालिक अखिलेश आर्या पर 2.91 लाख, वैष्णव गार्डन पर 2.44 लाख रुपये बकाया हैं।
28 करोड़ लक्ष्य, चार करोड़ वसूलने बाकी
नगर निगम के कर विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 28 करोड़ रुपये गृहकर वसूलने का लक्ष्य मिला है। अब तक विभाग 24 करोड़ रुपये गृहकर की वसूली कर चुका है। अंतिम महीने मार्च में विभाग को लक्ष्य पूरा करने के लिए चार करोड़ रुपये गृहकर की वसूली करनी है।