Bhaantu community untold story: tag of criminal was removed in 1952, now power of the pen

मुरादाबाद के भांतू समाज के संघर्ष की कहानी
– फोटो : अमर उजाला

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कुछ जातियों को अपराधशील घोषित करके उन पर प्रतिबंध लगाने का नियम 80 वर्ष पहले कार्यान्वित किया गया था। स्वतंत्रता के इस युग में यह अनुचित है कि किसी व्यक्ति विशेष को जन्म से ही अपराधी घोषित करके उसे नागरिकता के साधारण अधिकारों से वंचित कर दिया जाए। अत: भारत में गणतंत्रीय शासन ने यह निर्णय लिया है कि 31 अगस्त 1952 से अपराधशील जातीय अधिनियम का अंत कर दिया जाए।

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