प्रलोभन देकर कराया धर्मांतरण
बताते थे कि कैसे दोनों करोड़पति बन गए। आरोपी बलरामपुर और आसपास के जिलों में जमीन की खरीद फरोख्त करते थे। चार्जशीट के मुताबिक, गिरोह ने आर्थिक रूप से कमजोर और मजबूर लोगों को जहन्नुम का भय दिखाया और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया।
छांगुर पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म में सहयोग करने का आरोप
यूपी एटीएस ने दूसरी चार्जशीट में कुल 33 गवाहों के बयान दर्ज किए, जिससे गिरोह की कार्यशैली का पता चला। चार्जशीट में छांगुर पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म में सहयोग करने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि औरैया निवासी एक पीड़िता के साथ छांगुर ने छेड़छाड़ की और उसके करीबी सहयोगियों ने उससे दुष्कर्म किया।
दुष्कर्म और छेड़छाड़ की शिकार हुईं तीन महिलाएं भी गवाह
एक अन्य पीड़िता ने बलात्कार, जातीय अपमान किए जाने का बयान दिया है। एटीएस ने पुलिसवालों के अलावा धर्मांतरण, दुष्कर्म और छेड़छाड़ की शिकार हुईं तीन महिलाओं को भी गवाह बनाया है। एटीएस के कुल 33 गवाहों में संचित कुमार, राम नरेश मौर्य, नरेंद्र कुमार, जग प्रसाद, मनोज कुमार, छांगे उर्फ सागर, रमेश चंद्र और नंदराम शामिल हैं।




