अलीगढ़ एयरपोर्ट पर 4 मई को हुए प्रशिक्षु विमान हादसे की जांच करने के लिए 5 मई को महानिदेशक नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) की एयर एक्सीडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) टीम अलीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची। पांच घंटे तक टीम ने दुर्घटनाग्रस्त एयरक्राफ्ट से साक्ष्य इकट्ठा किए। पूरी जांच का वीडियो बनाया और एयरक्राफ्ट के डेटा रिकॉर्डर को जांच उपकरण में लगाकर उसका अध्ययन किया। 6 मई से प्रशिक्षु विमानों की उड़ान शुरू हो जाएगी।

Trending Videos

4 मई को दोपहर 3.10 बजे पायोनियर फ्लाइंग एकेडमी का एयरक्राफ्ट पीएनएच 1520 आईटीसी लैंडिंग के समय एयरपोर्ट की दीवार से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। 5 मई को डीजीसीए की एएआईबी की पांच सदस्यीय टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर एयरक्राफ्ट के टूटे हिस्से के वीडियो बनाए। साथ ही उसके महत्वपूर्ण घटकों को विशलेषण के लिए इकट्ठा किया। हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) रिकॉर्ड और संचार लॉग भी इकट्ठा किया। हादसा ग्रस्त विमान के इंजन, उड़ान नियंत्रण प्रणाली, हाइड्रोलिक प्रणाली और अन्य महत्वपूर्ण प्रणालियों की कार्यप्रणाली की जांच की।

यह भी पढ़ें… Plane Crash: अलीगढ़ में ट्रेनी विमान क्रैश, एयरपोर्ट की दीवार से टकराया; तस्वीरों में देखें खौफनाक मंजर

ट्रेनी पायलट के प्रशिक्षण रिकॉर्ड की समीक्षा होगी

पायोनियर फ्लाइंग एकेडमी से प्रशिक्षण हासिल कर रहे पर्व जैन के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, उसके प्रशिक्षक और प्रशिक्षण की गुणवत्ता का आंकलन भी किया जा सकता है। यह भी देखा जाएगा कि दुर्घटना के समय पायलट की शारीरिक और मानसिक स्थिति क्या थी। टीम ने पायलट के बयान भी लिए हैं।

टीम ने उड़ान डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) का भी विश्लेषण किया। सीवीआर कॉकपिट में पायलटों और एटीसी के बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड करता है। यह दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जबकि एफडीआर उड़ान के दौरान विमान की गति, ऊंचाई, इंजन की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों की जानकारी प्रदान करता है।

डीजीसीए की दिल्ली टीम आई थी। जांच का मकसद दुर्घटना के कारणों का पता लगाना है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। टीम अपनी रिपोर्ट दिल्ली में निदेशालय को सौंपेगी। प्रशिक्षु उड़ान की अनुमति दे दी गई है। मंगलवार से ट्रेनी उड़ान शुरू कर सकते हैं। – एसएस अग्रवाल, निदेशक, नागरिक उड्डयन विभाग, अलीगढ़ एयरपोर्ट

घटना की जांच अब डीजीसीए को करनी है। एयरपोर्ट पर डीजीसीए का स्टॉफ रहता है। जांच के बाद वह अपनी रिपोर्ट निदेशालय को सौंपेंगे। – रमा शंकर, सिटी मजिस्ट्रेट



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *