फतेहपुर। नशे के लिए रुपये ने देने पर विक्षिप्त बेटे ने सो रहे मां और पिता पर बांका से हमला किया। हमले से मां की मौके पर मौत हो गई। सिर में चोट लगने से पिता गंभीर रूप से घायल हो गया। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे तो आरोपी मौके से भाग गया। सोमवार सुबह आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सदर कोतवाली क्षेत्र के तुराबअली का पुरवा निवासी ननकू किसान हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के घर में ननकू पत्नी जमुना देवी (40) और इकलौते बेटे महेश के साथ रहता है। महेश गांजे और शराब का लती है और मानसिक रूप से बीमार है। उसका आगरा के मेंटल हास्पिटल में इलाज भी हो चुका है। वह आए दिन घर में झगड़ा करता था। महेश नशे के लिए रविवार रात मां से रुपये मांग रहा था। रुपये न मिलने पर विवाद के बाद छत पर लेटा था। ननकू और जमुना नीचे सो रहे थे। ननकू के भाई चंद्रपाल ने बताया कि महेश रात करीब साढ़े 11 बजे नीचे उतरा। चारा काटने के लिए रखे बांका से जमुना देवी पर हमला किया। सिर पर कई वार से जमुना की मौके पर मौत हो गई। इसके बाद पिता ननकू पर बांका से हमला किया। शोर सुनकर वह लोग दौड़कर पहुंचे। किसी तरह बीच-बचाव किया। सिर में चोट लगने से ननकू की हालत गंभीर थी। परिजनों ने ननकू को जिला अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचना दी। महेश रात को घर से भाग निकला। सुबह लगभग सात बजे ग्रामीणों ने हाईवे किनारे खेत में महेश को देखकर पुलिस को सूचना दी। कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
बेरहमी से मां की हत्या करने के बाद आरोपी बेटा उनके गले से मंगलसूत्र छीन ले गया था। उसे मंगलसूत्र छीनकर भागते रात को लोगों ने देखा भी था। उसे रोकने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका। बेटे की परिजनों के बीच व्याप्त दहशत भी लोगों ने बयां की है।
तुराबअली का पुरवा निवासी जमुना देवी की हत्या के बाद आसपास के लोगों में परिवार को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। घटना के बाद रात आसपास के लोग पहुंचे थे। पड़ोसियों ने बताया कि मां की हत्या के बाद महेश मंगलसूत्र गले से छीनकर भाग निकला था। आरोपी को पुलिस ने सुबह पकड़ा। पुलिस के सामने लोगों ने तलाशी लेने की बात कही। पुलिस आरोपी को कोतवाली लेकर आई। यहां परिजन भी पहुंचे। तलाशी में मंगलसूत्र नहीं मिला। पूछताछ में मानसिक बीमार होने के कारण सही जवाब भी नहीं दे सका। पुलिस का मानना है कि मंगलसूत्र कहीं फेंक दिया होगा। परिजनों ने बताया कि पहले कई बार नशे के लिए रुपये न देने पर मां और पिता के साथ महेश मारपीट कर चुका है। बेटे के पागलपन की वजह से जमुना देवी दहशत में रहती थी। वह अक्सर पड़ोसी के घर में रात को सोने चली जाती थी। पड़ोसियों के मुताबिक महेश घर में नहीं रुकता था। वह घर में खाना खाने के लिए आता था और फिर चला जाता था। लोगों का कहना है कि महेश ने मंगलसूत्र रात में किसी को दिया और नशे का सामान खरीदा। शहर में रातभर नशे का काला कारोबार चलता है। यह पुलिस से भी छुपा नहीं है।
पुलिस ने सुबह घेराबंदी कर आरोपी महेश को खेत से पकड़ा। पुलिस उसके घर के रास्ते से ही लेकर जा रही थी। आरोपी को देखकर मोहल्ले के लोग आक्रोशित हो गए। आरोपी को मारने के लिए दौड़ पड़े। ईंट-पत्थर से हमले का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह से उसकी जान बचाई।
मानसिक रूप से बीमार महेश को एक साल पहले पहले आगरा के मेंटल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उसने फंदा लगाकर जान देने का प्रयास किया था। अस्पताल के कर्मियों ने उसकी जान बचाई थी। इसके बाद उसे घर भेज दिया था। महेश तीन बहनों में इकलौता है। मां जमुना देवी और पिता ननकू इकलौते बेटे की दिमागी हालत को ठीक कराने का हर संभव प्रयास करते रहते थे। परिजनों ने बताया कि जमुना देवी सोमवार को बेटे को महाराष्ट्र के नागपुर स्थित हास्पिटल लेकर जाने वाली थी। इस बात से भी महेश खफा था। वह इलाज कराने का विरोध करता था। वह शादी की भी कई दिनों से जिद करता था। परिजन मानसिक हालत ठीक होने से ही नशे की लत से भी छुटकारा मिलना मानते थे। मां की मौत से बेटियों सुधा, रंजना और वंदना का हाल बेहाल दिखा। बेटी रंजना की शादी शहर के पीरनपुर में हुई है। बाकी दो दूसरे जिलों में ब्याही है।