
चेकिंग टीम करती जीएसटी।
– फोटो : अमर उजाला
संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। बुधवार को आंतियाताल स्थित लोहा मंडी में उस समय हड़कंप मच गया, जब जीएसटी विभाग की पांच टीमें डिप्टी कमिश्नर एसआईबी पुनीत अग्निहोत्री के नेतृत्व में एक साथ तीन कारोबारियों के यहां सर्वे करने पहुंचीं। आठ घंटे चले सर्वे में यहां दो फर्मों के स्टॉक ही गायब मिले और एक फर्म पर दस्तावेजों के विपरीत माल पकड़ा गया। अधिकारियों ने उसे सील कर दिया।
गोपनीय सूचनाओं के आधार पर राज्य वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विभाग कई दिनों से लोहा कारोबारियाें के जीएसटी भुगतान और माल की निगरानी कर रहा था। बुधवार को जीएसटी विभाग ने डिप्टी कमिश्नर एसआईबी पुनीत अग्निहोत्री के नेतृत्व में पांच टीम गठित की थी, जिसमें डिप्टी कमिश्नर शिव सहाय व असिस्टेंट कमिश्नर विपिन सोनकर की निगरानी में नीरज राणा, विनोद मित्रा, जितेंद्र वर्मा, वाणिज्य कर अधिकारी तेज प्रताप सिंह, अर्चना वर्मा, जितेंद्र कुशवाहा, जितेंद्र पाल, रवींद्र नाथ राम, राजीव सिंह, टूहिनेश उपाध्याय, जितेंद्र, विवेक त्रिवेदी व संदीप राजपूत शामिल रहे। आंतियाताल पहुंची जीएसटी टीमों ने जब यहां तीन लोहा कारोबारियों के यहां प्रवेश किया तो प्रतिष्ठानों में भगदड़ मच गई।
टीम ने जब दो फर्म से स्टॉक रजिस्टर मांगा तो वह नहीं दिखा सके। इसके बाद उनके स्टॉक सील कर दिए गए। एक अन्य कारोबारी के गोदाम पर स्टॉक से अधिक माल पाया गया। जब कारोबारी से इस संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो वह प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद जीएसटी अधिकारियों ने गोदाम में रखा माल सील कर दिया। जीएसटी टीम ने इन कारोबारियों के यहां से कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं। दोपहर 12 बजे से रात आठ बजे तक टीमें लोहा कारोबारियों के यहां सर्वे करती रहीं।