संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। अपहरण के बाद बुजुर्ग की हत्या का आरोपी मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था। जिस पर वादी पक्ष के लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी मारपीट शुरु कर दी। जिस पर मौजूद क्यूआरटी टीम उसे छुड़ाकर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। पकड़े गए आरोपी पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था।
बता दें कि डकोर कस्बा निवासी प्रेमबाबू का 26 फरवरी को कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। 6 मार्च को औरैया के पुल के पास उसका शव पड़ा मिला था। पुत्र इंद्रजीत की तहरीर पर पुलिस ने छह लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की थी। जिससे बाद तीन को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। जबकि दो ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। वहीं मुख्य आरोपी मृतक का साझीदार फूलसिंह कुशवाहा घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। तीन महीने से भी अधिक समय तीन महीने के बाद से वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया। जिस पर पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। फिर भी पुलिस उनको गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी।एकांउटर के डर से फूलसिंह लगातार सरेंडर करने के लिए कोर्ट के चक्कर लगा रहा था। मंगलवार को भी वह कोर्ट में समर्पण करने के लिए जैसे ही आया, तभी वादी पक्ष के लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी मारपीट कर दी। जिस पर कोर्ट में सुरक्षा के लिए क्यूआरटी टीम के प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने उसे लोगों से बचाकर शहर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद उरई पुलिस द्वारा डकोर पुलिस को सौंप दिया। इंस्पेक्टर योगेन्द्र कुमार का कहना है कि आरोपी को कालपी बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। कार्यवाही के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा।