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Poles broken by storm, uprooted trees, power failure in 700 villages

रायबरेली के सलोन क्षेत्र में बृहस्पतिवार को आंधी व बारिश से गिरा बिजली का खंभा

बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमराई, शहर से लेकर गांव तक परेशानी

सरेनी में आकाशीय बिजली गिरने से पांच भेड़ों की मौत, टीनशेड उड़े

रायबरेली। मौसम के बदले मिजाज के बाद बृहस्पतिवार सुबह बारिश के साथ आई तेज आंधी ने जिले में बिजली की सप्लाई व्यवस्था को बेपटरी कर दिया। तेज आंधी की चपेट में आकर सप्लाई लाइन से जुड़े करीब सौ बिजली के खंभे टूट गए जबकि बड़ी संख्या में पेड़ भी उखड़ कर सप्लाई लाइन पर आ गिरे। इससे छोटे बड़े करीब सात सौ गावों की बिजली घंटों गुल रहने से लोगों को काफी परेशानी उठाना पड़ी।

सलोन में तो ट्रांसफार्मर समेत बिजली पोल जमीन पर आ गिरा। आंधी-पानी ने शहरी व ग्रामीण इलाकों में खूब तबाही मचाई। इस दौरान सरेनी क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से पांच भेड़ों की भी मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में घरों के टीनशेड भी उड़ कर दूर जा गिरे। गनीमत रही कि इसकी चपेट में आकर कोई हताहत नहीं हुआ। आंधी के कारण जगह जगह आई फाल्ट को दुरुस्त कराने में बिजली विभाग के अभियंता और कर्मचारी देर रात तक जुटे रहे। अफसरों का दावा है कि देर रात तक जिले में बिजली की आपूर्ति को पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।

बारिश और तेज आंधी से शहर के इंदिरा नगर, गोराबाजार, तेलियाकोट, प्रगतिपुरम और आईटीआई विद्युत उपकेंद्र से निकले फीडर ब्रेकडाउन में रहे। फॉल्ट ठीक कराकर कहीं दो तो कहीं तीन घंटे बाद बिजली सप्लाई बहाल हुई। इसी तरह विद्युत उपकेंद्र उतरपारा को आने वाली 33 केवी लाइन का इंसुलेटर खराब होने से इससे जुड़े इलाकों में तीन बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। इसके अलावा खीरों, सरेनी, डीह, गुरुबख्शगंज, रहवां, मल्केगांव, पोरई विद्युत उपकेंद्रों से निकले लाइनों में भी फॉल्ट के कारण कई गांवों की बिजली देर रात तक गुल रही। सलोन तहसील क्षेत्र में बारिश और तेज आंधी के चलते कई पेड़ धराशायी हो गए। सलोन कस्बा, राजापुर चकबीबी, धरई, पकसरावा, कारहिया में पोल टूटने से 15 गांवों की बिजली सप्लाई बंद रही।

आंधी के कारण ऊंचाहार मार्ग स्थित एक मैरिज लॉन की दीवार भी भरभराकर गिर गई। जगतपुर क्षेत्र में तेज आंधी और बारिश की वजह से बिजली सप्लाई से जुड़े 25 पोल टूट गए। इससे करीब 330 गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हुई। अवर अभियंता चंद्रेश पटेल ने बताया कि आंधी और बारिश की वजह से लाइनों में आई फॉल्ट को दुरुस्त बनाने में टीमें लगी हुई हैं। ऊंचाहार में डलमऊ ट्रांसमिशन से जमुनापुर उपकेंद्र को आई 33 केवी विद्युत लाइन पर माफी गांव के पास यूकेलिप्टस का पेड़ टूटकर गिर गया। इससे उपकेंद्र की आपूर्ति ठप हो गई। जबकि कमोली गांव के पास बिजली का खंभा टूट गया। अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह ने बताया कि मरम्मत कार्य शुरू है। जल्द ही आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

पंडित का पुरवा गांव में गिरी बिजली, चरवाहे बचे

सरेनी। ब्लॉक क्षेत्र के पंडित का पुरवा गांव में बारिश के दौरान बिजली गिरने से पांच भेड़ों की जान चली गई। जबकि चरवाहे बाल-बाल बच गए। पूरे गोपाल मजरे सागरखेड़ा के रामगुलाम की तीन, राजकुमार की एक, रघुराज सिंह गांव निवासी राखेलाल की भेड़ खेत में चर रही थी। इसी दौरान बिजली गिरने से पांच भेड़ों की मौत हो गई। एसडीएम अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल से पशुधन के नुकसान की रिपोर्ट मांगी गई है।

रिवैंप योजना नहीं पकड़ रही रफ्तार

जिले में विद्युत सुधार के लिए रिवैंप योजना शुरू की गई है, लेकिन जिले में यह योजना रफ्तार नहीं पकड़ पाई है। कार्यदायी एजेंसी ने दो महीने पहले ही सर्वे का काम पूरा कर लिया है। एक दो जगह काम शुरू कराने के बाद चुप्पी साध ली है। इस योजना के तहत 11 केवी लाइनों के तार बदलने, नए पोल लगाने का काम होना है। यदि समय रहते काम नहीं हो पाया तो बारिश में फिर बिजली गुल होने की समस्या से जूझना पड़ेगा।

बारिश और आंधी की वजह से करीब 100 से ज्यादा बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा है। वैकल्पिक व्यवस्था करके सभी जगह बिजली आपूर्ति बहाल कराई जा रही है। जहां बिजली बंद है, तो वहां की आपूर्ति भी देर रात तक सामान्य कराने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। -रामकुमार अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल द्वितीय

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