
संजय शेरपुरिया।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
जालसाज संजय राय शेरपुरिया ने अपने गृह जनपद गाजीपुर के बेरोजगार युवाओं को भी नहीं बख्शा था। उसने करीब 25 हजार युवाओं के दस्तावेज नौकरी और सरकारी अनुदान दिलाने के नाम पर अपने पास जमा कराए थे। शेरपुरिया की गिरफ्तारी के बाद अब ये युवा जांच एजेंसियों से संपर्क कर रहे हैं ताकि उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग न हो। इनमें से अधिकांश शेरपुरिया के गांव शेरपुर और उसके आसपास के गांवों के रहने वाले हैं।
दरअसल, ईडी की दिल्ली मुख्यालय की टीमों ने 2 मई को शेरपुरिया के दिल्ली, बनारस, गाजीपुर और लखनऊ के ठिकानों पर छापे मारे थे। इस दौरान शेरपुरिया के दिल्ली ऑफिस से लाखों रुपये नगद, संपत्तियों के दस्तावेज, एफडीआर, तमाम इलेक्ट्रानिक डिवाइस, पैसों के लेन-देन के ब्योरे वाली कई डायरियां, नेताओं के साथ फोटो वाले कई एलबम आदि बरामद किए गए थे। इसके अलावा हजारों की संख्या में युवाओं के आधार कार्ड, शैक्षणिक दस्तावेज और कुछ फार्म भी बरामद हुए। इन फॉर्मों में प्रत्येक युवा से 2200 रुपये जमा कराए जाने का भी पता चला है।
ईडी ने ली एफआईआर की प्रति
वहीं दूसरी ओर ईडी ने संजय राय शेरपुरिया के खिलाफ लखनऊ के विभूतिखंड थाने में दर्ज एफआईआर की प्रमाणित प्रति हासिल कर ली है। साथ ही, नोएडा के सूरजपुर थाने में शेरपुरिया के एजेंट कासिफ पर दर्ज एफआईआर की प्रति भी ली गई है। इन दोनों के आधार पर शेरपुरिया और कासिफ पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत ईडी जल्द केस दर्ज करने की तैयारी में है।