Muzaffarnagar पुलिस प्रशासन ने जिले में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने मुख्यालय में मौजूद सभी शाखाओं के कामकाज की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए। इस दौरान हर विभाग के कार्यों की जांच की गई और यह सुनिश्चित किया गया कि सभी शिकायतों का तुरंत निस्तारण हो।
आगुन्तक कक्ष से लेकर साइबर सेल तक, हर विभाग पर नजर
एसएसपी अभिषेक सिंह ने सबसे पहले आगुन्तक कक्ष का निरीक्षण किया, जहां रोजाना सैकड़ों शिकायतें दर्ज होती हैं। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में आई शिकायतों और उनके निस्तारण की स्थिति की जानकारी ली। साथ ही, यह सुनिश्चित किया कि कोई भी मामला लंबित न रहे।
इसके बाद, प्रधान लिपिक शाखा, आंकिक शाखा, आईजीआरएस कार्यालय, जन शिकायत प्रकोष्ठ, महिला सम्मान प्रकोष्ठ, पेशी कार्यालय, रिकॉर्ड रूम, पत्रावली शाखा, डीसीआरबी शाखा, विशेष जांच प्रकोष्ठ, रिट सेल, मानवाधिकार शाखा, पासपोर्ट शाखा, साइबर हेल्प सेंटर और स्थानीय अभिसूचना इकाई सहित सभी महत्वपूर्ण विभागों के कार्यों की जांच की गई।
एसएसपी का सख्त हुक्म: “काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं!”
एसएसपी ने सभी शाखा प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे समय पर कार्यालय पहुंचें, पूरी ईमानदारी से काम करें और सभी रिकॉर्ड्स को व्यवस्थित रखें। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी लापरवाही करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिला सुरक्षा पर विशेष जोर
महिला सम्मान प्रकोष्ठ को निर्देश दिया गया कि महिलाओं की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। साथ ही, साइबर हेल्प सेंटर को ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर अपराधों के मामलों में तेजी से कार्रवाई करने के आदेश दिए गए।
क्या है पुलिस की अगली रणनीति?
इस समीक्षा बैठक के बाद, पुलिस प्रशासन ने जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर नई योजना बनाई है। अब हर विभाग को सप्ताहिक रिपोर्ट देनी होगी और बड़े मामलों में तुरंत एसएसपी को सूचित करना होगा। साथ ही, थानों में भी निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि आम जनता को त्वरित न्याय मिल सके।
जनता की प्रतिक्रिया: “अच्छी पहल, पर देखना होगा असर”
इस कार्रवाई के बाद जनता में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पुलिस अब ज्यादा सक्रिय होगी, जबकि कुछ का कहना है कि यह सिर्फ दिखावा है। हालांकि, अगर पुलिस अपने वादों पर अमल करती है, तो निश्चित तौर पर जिले में कानून-व्यवस्था सुधरेगी।
अब देखना यह है कि एसएसपी के इन सख्त निर्देशों का कितना असर होता है और मुजफ्फरनगर पुलिस जनता के विश्वास को कितना कायम रख पाती है।