Muzaffarnagar। जैन मिलन विहार स्थित एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दो दिन बाद एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिससे गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। परिवारवालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया।

### कैसे हुई मौत? परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

भोपा थाना क्षेत्र के गांव निरगाजनी निवासी पूनम, पत्नी सुमित कुमार, को दो दिन पहले डिलीवरी के लिए जैन मिलन विहार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पूनम ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया, लेकिन जन्म के दो दिन बाद ही अचानक उसकी मौत हो गई। जैसे ही पूनम के परिवारवालों को उसकी मृत्यु की खबर मिली, वे अस्पताल पहुंच गए और वहां हंगामा खड़ा कर दिया।

परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गलत इलाज और लापरवाही का आरोप लगाते हुए महिला के शव को अस्पताल के बाहर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना था कि पूनम की हालत ठीक थी, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही और गलत इलाज के कारण उसकी जान चली गई।

अस्पताल प्रशासन का बचाव, बोले- ‘इलाज में नहीं हुई कोई गलती’

जब अस्पताल प्रशासन से इस मामले पर प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही से इनकार किया। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला की तबीयत अचानक बिगड़ी और हमने पूरी कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

हालांकि, परिजनों का कहना है कि अगर समय पर सही इलाज मिलता, तो पूनम की जान बच सकती थी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी, जिससे मामला और गंभीर हो गया।

गुस्साए परिजनों ने किया प्रदर्शन, पुलिस ने किया हस्तक्षेप

जैसे ही घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को मिली, नई मंडी थाना प्रभारी दिनेश चंद्र अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन गुस्साए लोग कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे।

मौके पर पहुंचे तहसीलदार श्री गौड़ ने भी प्रदर्शन कर रहे परिजनों से बात की और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया और महिला के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज

अब इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह पता चलेगा कि पूनम की मौत किस कारण हुई। अगर रिपोर्ट में लापरवाही की पुष्टि होती है, तो अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

ग्रामीणों में आक्रोश, उठी न्याय की मांग

घटना के बाद गांव निरगाजनी में शोक और आक्रोश दोनों का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर डॉक्टरों की गलती सामने आती है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो।

गांववालों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। वहीं, परिजनों का कहना है कि वे इस मामले को ऐसे नहीं छोड़ेंगे और दोषियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे

अस्पतालों की लापरवाही से बढ़ रही मौतें – कब रुकेगा यह सिलसिला?

यह पहली बार नहीं है जब किसी महिला की डिलीवरी के बाद संदिग्ध मौत हुई हो। देशभर में अस्पतालों की लापरवाही के कारण कई मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं

विशेषज्ञों का मानना है कि कई निजी अस्पतालों में मरीजों का सही से इलाज नहीं किया जाता, बल्कि उनसे सिर्फ पैसे कमाने के उद्देश्य से इलाज किया जाता है। ऐसे में सख्त निगरानी और कड़ी कार्यवाही की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

प्रशासन ने दिए जांच के आदेश, जल्द होगी कार्रवाई

तहसील प्रशासन और पुलिस ने इस मामले में गहन जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि अगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अस्पताल की लापरवाही साबित होती है, तो उनके खिलाफ मेडिकल नेग्लिजेंस के तहत कार्यवाही की जाएगी

परिजनों को न्याय दिलाने के लिए मामले की जांच तेज कर दी गई है और जल्द ही दोषियों पर उचित कार्यवाही की जाएगी।

📌 यह मामला एक गंभीर मेडिकल नेग्लिजेंस का प्रतीक है, जहां एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। परिजनों का रोष, प्रशासन की कार्रवाई और न्याय की मांग – सब मिलाकर यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई को उजागर करती है। आने वाले दिनों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के नतीजे बताएंगे कि क्या यह वाकई लापरवाही का मामला है या कुछ और?



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