Muzaffarnagar, 24 फरवरी 2025: आज से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यू.पी. बोर्ड) की हाई स्कूल (कक्षा 10) और इंटरमीडिएट (कक्षा 12) परीक्षाएं प्रारंभ हो गई हैं। पहले दिन जिले के 72 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाएं सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुईं। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं को नकलमुक्त और पारदर्शी बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।
परीक्षा का समय और विषय:
सुबह की पाली में, परीक्षा का समय 8:30 बजे से 11:45 बजे तक निर्धारित किया गया था, जिसमें हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की गई। दोपहर की पाली में, 2:00 बजे से शाम 5:15 बजे तक, इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए भी हिंदी विषय की परीक्षा संपन्न हुई।
सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी:
परीक्षा केंद्रों पर नकलमुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। इसके अलावा, फ्लाइंग स्क्वाड टीमें भी सक्रिय रहीं, जो विभिन्न केंद्रों पर औचक निरीक्षण कर रही हैं।
अधिकारियों का निरीक्षण:
परीक्षा के दौरान, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) नरेंद्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, सीओ सिटी राजकुमार साहू, सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, और जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) राजेश श्रीवास सहित अन्य अधिकारियों ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधीनस्थ कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
परीक्षा केंद्रों की विशेष तैयारियां:
परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू की गई है, जिससे अनावश्यक भीड़भाड़ रोकी जा सके। केंद्रों के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या अनुचित सामग्री को अंदर ले जाने से रोका जा सके। छात्रों को केवल आवश्यक स्टेशनरी और प्रवेश पत्र के साथ ही प्रवेश की अनुमति दी गई।
नकलमुक्त परीक्षा के लिए विशेष प्रयास:
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने परीक्षा से पूर्व एक संयुक्त बैठक आयोजित की थी, जिसमें सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को नकलमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि नकल या अनुचित साधनों का उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा के दौरान छात्रों की प्रतिक्रिया:
परीक्षा के पहले दिन, छात्रों में उत्साह और थोड़ी nervousness देखी गई। कई छात्रों ने बताया कि प्रश्नपत्र संतुलित था और उन्होंने तैयारी के अनुसार उत्तर दिए। कुछ छात्रों ने सुरक्षा व्यवस्था की सराहना की, जबकि कुछ ने प्रवेश प्रक्रिया में थोड़ी देरी की शिकायत की।
अभिभावकों की चिंताएं और सुझाव:
अभिभावकों ने भी परीक्षा केंद्रों के बाहर अपने बच्चों के लिए प्रार्थना और समर्थन व्यक्त किया। कुछ अभिभावकों ने सुझाव दिया कि परीक्षा केंद्रों के बाहर छाया और पेयजल की व्यवस्था की जाए, ताकि इंतजार कर रहे अभिभावकों को सुविधा मिल सके।
शिक्षा विभाग की आगामी योजनाएं:
शिक्षा विभाग ने घोषणा की है कि परीक्षाओं के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या नकल की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जहां छात्र, अभिभावक या आम जनता किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दे सकते हैं।
समाज का सहयोग आवश्यक:
परीक्षाओं की सफलता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है। शिक्षकों, अभिभावकों, और स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि वे नकलमुक्त वातावरण बनाने में प्रशासन का साथ दें और छात्रों को ईमानदारी से परीक्षा देने के लिए प्रेरित करें।
भविष्य की चुनौतियां और समाधान:
परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए तकनीकी साधनों के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और जागरूकता अभियानों की भी आवश्यकता है। छात्रों को समझाना होगा कि नकल से उन्हें तात्कालिक लाभ हो सकता है, लेकिन दीर्घकालिक सफलता के लिए ईमानदारी और कड़ी मेहनत ही महत्वपूर्ण है।
मुजफ्फरनगर में यू.पी. बोर्ड परीक्षाओं का पहला दिन सख्त सुरक्षा व्यवस्था और अधिकारियों की सक्रियता के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। प्रशासन की तत्परता और समाज के सहयोग से नकलमुक्त और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली स्थापित करने में मदद मिलेगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों का भविष्य उज्ज्वल होगा।