{“_id”:”679787c043eb63deb804d375″,”slug”:”power-officers-association-celebrated-25th-foundation-day-2025-01-27″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”UP: संविधान बचाने के लिए निरंतर संघर्ष का संकल्प, पॉवर ऑफिसर्स एसोसिएशन ने मनाया 25वां स्थापना दिवस”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
– फोटो : amar ujala
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पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने गणतंत्र दिवस को धूमधाम से मनाते हुए अपने 25 वे स्थापना दिवस पर निजीकरण के खिलाफ आर पार की लड़ाई का किया एलान किया। प्रदेश भर से आए सैकडो पदाधिकरियों ने संकल्प लिया कि बाबा साहब की संवैधानिक व्यवस्था आरक्षण पर कुठाराघात नहीं होने देंगे । इस दौरान संविधान बचाने का संकल्प लिया गया।
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लखनऊ के फील्ड हॉस्टल में आयोजित 25वें स्थापना दिवस पर पूरा प्रांगण जय भीम और बाबा साहब अमर रहे के नारों से गूंजता रहा। पावर ऑफिसर एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने सभी पदाधिकारी को करो मरो की तर्ज पर निजीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ने का संकल्प दिलाया। प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों से आए दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता कार्मिको एवम पदाधिकारी को आरक्षण को बचाने की शपथ दिलाते हुए इस बात का भी संकल्प दिलाया कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने 1934 में कहा था कि बिजली जैसी आवश्यक सेवाएं सार्वजनिक क्षेत्र में रहना चाहिए , इसलिए हर हाल में बिजली क्षेत्र को सरकारी क्षेत्र में ही सरकार को रखना होगा । उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि 42 जनपदों का निजीकरण का फैसला वापस लिया जाए अन्यथा की स्थिति में हम अपनी संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए विवश होंगे।
इस दौरान पदाधिकारियों ने इस बात का भी संकल्प लिया कि निजीकरण के खिलाफ पूरे प्रदेश में व्यापक जन आंदोलन भी चलाया जाएगा। हर निगम में हो दलित पिछड़े वर्ग के निदेशक कार्यक्रम के दौरान सभी बिजली निगमों में दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता अधिकारियों को अनिवार्य रूप से निदेशक के पद पर तैनात करने और आरक्षण की व्यवस्था लागू करने का भी प्रस्ताव पास किया गया। साथ ही इस बात पर भी नाराजगी व्यक्त की गई कि लंबे समय से दलित व पिछला वर्ग के जो अभियंता निलंबित है और उनके द्वारा अपने आरोप पत्र का जवाब दाखिल कर दिया गया है। उन्हें अभी तक बहाल नहीं किया गया । ऐसे में इन अभियंताओं को तत्काल बहाल करने , जिन अभियंताओं की पदोन्नति आरोप पत्र के वजह से बाधित है उन्हें तत्काल उनके मामले का निस्तारण करते हुए उनकी पदोन्नति देने की भी मांग की गई।