संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। ट्रेनों में कम समय में अधिक पानी भरने के लिए खजुराहो स्टेशन पर क्विक वाटर सिस्टम लगाने की मंजूरी मिल गई है। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने इस कार्य के लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा था। बोर्ड ने 9.25 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। इस वाटर सिस्टम की क्षमता चार लाख लीटर प्रतिदिन होगी।
वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर प्रतिदिन औसतन 121 ट्रेनों के 2,700 कोच के टॉयलेट टैंक में 18 लाख लीटर पानी भरा जाता है। जब से हजरत निजामुद्दीन-खजुराहो वंदेभारत एक्सप्रेस शुरू हुई है, तब से खजुराहो स्टेशन भी महत्वपूर्ण हो गया है। रेलवे ने अब खजुराहो स्टेशन पर भी झांसी की तरह क्विक वाटर सिस्टम लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। यहां सेंसर पर चलने वाला सिस्टम लगाया जाएगा। इसकी खासियत यह है कि मशीन के सेंसर पर मोबाइल से एक कोड भेजकर पानी की सप्लाई शुरू की जा सकेगी। सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि पानी की बर्बादी को भी रोका जा सकेगा। जैसे ही टैंक फुल होगा, वाटर सिस्टम अपने आप बंद हो जाएगा। इसके लिए 40 अश्वशक्ति के तीन पंप, कंट्रोल पैनल और राइडर लगाए जाएंगे। चार लाख लीटर पानी की क्षमता वाला टैंक भी तैयार होगा। इसके माध्यम से एक साथ पूरी ट्रेन के टैंकों में मात्र आठ मिनट में पानी भरा जा सकेगा।
– एक मिनट में भर जाएगा दो सौ लीटर पानी
वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर क्विक वाटर सिस्टम से एक मिनट चार सेकेंड में दो सौ लीटर पानी टैंक में भर जाता है। एक टॉयलेट का वाटर टैंक सात सौ लीटर का होता है।
– आरडीएसओ ने तैयार किया है सिस्टम
ट्रेन के कोच का डिजाइन बनाने वाली आरडीएसओ (रिसर्च डेवलपमेंट एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन) ने पानी भरने के लिए क्विक वाटर सिस्टम तैयार किया है। पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित इस सिस्टम में पंप के पाइपों की क्षमता भी बढ़ाई गई है। पहले जो पाइप चार इंच के होते थे, उन्हें बढ़ाकर अब छह इंच किया गया है।
फोटो :: डीआरएम
खजुराहो स्टेशन पर झांसी की तर्ज पर ही 9.25 करोड़ की लागत से क्विक वाटर सिस्टम लगाया जा रहा है। टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जल्दी ही काम शुरू करा दिया जाएगा।
दीपक कुमार सिन्हा, मंडल रेल प्रबंधक, झांसी।