गोरखपुर स्थित 26वीं वाहिनी पीएसी में प्रशिक्षण ले रहीं नवचयनित महिला सिपाहियों द्वारा बुधवार को अव्यवस्थाओं के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद शासन और पुलिस मुख्यालय ने सख्त रुख अपनाया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सेनानायक आनंद कुमार और प्लाटून कमांडर संजय राय को निलंबित कर दिया गया है।

डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सेनानायक आनंद कुमार को पर्यवेक्षण में शिथिलता और उत्तरदायित्व निर्वहन में लापरवाही का दोषी पाया गया है। वह 2015 बैच के प्रमोटी आईपीएस अधिकारी हैं। वहीं, प्लाटून कमांडर एवं आरटीसी प्रभारी संजय राय पर महिला प्रशिक्षुओं की शिकायतों का समय से समाधान न करने का आरोप है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी पीएसी आर.के. स्वर्णकार को गोरखपुर भेजा गया है, जो महिला सिपाहियों की समस्याओं के समाधान की प्रक्रिया में जुटे हैं।

डीजीपी बोलेः आरोपों को गंभीरता से लिया गया

डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि गोरखपुर स्थित 26वीं वाहिनी पीएसी में रिक्रूट महिला आरक्षियों द्वारा बताई गई समस्याओं का शासन एवं पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। तथ्यों एवं प्रारंभिक जांच के आधार पर 26वीं वाहिनी के सेनानायक आनंद कुमार को शिथिल पर्यवेक्षण एवं उत्तरदायित्व निर्वहन में लापरवाही करने का दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है। आनंद कुमार 2015 बैच के प्रमोटी आईपीएस हैं। इसके अलावा प्लाटून कमांडर एवं आरटीसी प्रभारी संजय राय को भी महिला प्रशिक्षुओं की समस्याओं का समय से निराकरण न करने के कारण निलंबित कर दिया गया है।



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