रायबरेली। फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों के मामले में सलोन ब्लॉक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) को निलंबित कर दिया गया है। कर्मी की आईडी से पिछले चार साल में 20 गांवों में ऑनलाइन बने जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्रों की जांच भी शुरू करा दी गई है। इसके लिए टीमें गठित की गई हैं।

सलोन ब्लॉक में तैनात रहे आरोपी ग्राम विकास अधिकारी विजय की यूजर आईडी और पासवर्ड से नुरुद्दीनपुर, लहुरेपुर, गोपालपुर, सिरसिरा, गढ़ी इस्लामनगर, कालू जलालपुर, सांडा सैदन, औनानीस, माधवपुर, निनैया पृथ्वीपुर और पाल्हीहार में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए हैं। गांवों में 25 हजार से लेकर 30 हजार तक फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं।

प्रथम दृष्टया जांच में ग्राम विकास अधिकारी के दोषी मिलने के बाद उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा पिछले चार साल में सलोन के जिन 20 गांवों में आरोपी वीडीओ की तैनाती रही है, उन सभी गांवों में अब तक जारी किए गए ऑनलाइन जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्रों के जांच के आदेश दिए गए हैं।

इसके लिए सीडीओ स्तर से जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। एक-एक प्रमाणपत्र की जांच की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि जांच में कई और फर्जी ऑनलाइन प्रमाणपत्रों के जारी होने की आशंका है। पोल खुलने के बाद जालसाजों के बड़े मंसूबे पर पानी फिरने की उम्मीद है।

सलोन में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी होने के मामले में ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। चार साल में सलोन के जिन 20 गांवों में आरोपी वीडीओ की तैनाती थी, उन सभी गांवों में चार साल में बने ऑनलाइन प्रमाणपत्रों की जांच होगी। इसके लिए कमेटभ् गठित कर दी गई है।

अर्पित उपाध्याय, सीडीओ



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