
जिला कारागार स्थित गंदगी से पटा शहर से होकर निकला नाला।
– फोटो : संवाद
रायबरेली। मानसून दस्तक देने वाला है पर शहर में कई नाले और नालियां गंदगी से पटे हैं। इनकी सफाई का काम अधूरा पड़ा है। ऐसे में शहर की ढाई लाख आबादी को पिछले साल की तरह इस साल भी जलभराव की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
जिले की मात्र एक नगर पालिका परिषद रायबरेली में 34 वार्ड हैं, जिसमें करीब ढाई लाख आबादी रहती है। इन वार्डों में बारिश के दौरान पानी निकासी के लिए छोटे-बड़े मिलाकर कुल 99 नाले हैं। नगर पालिका की तरफ से नालों की सफाई का कार्य पूरा कराने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन हकीकत इसके उलट है। जेल रोड, कचहरी रोड से निकले नाले गंदगी से पटे हैं। झाड़झंखाड़ उग आया है।
इन नालों की साफ-सफाई करने की सुधि किसी को नहीं है। नया पुरवा से निकले नाले पर जल निगम की ओर से सीवर लाइन डालने के लिए पाइपें रख दी गई हैं। इससे नाले की सफाई नहीं हो पाई है। यही नहीं घंटाघर के पीछे स्थित नालों पर कुछ लोगों ने अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है। ऐसे में बारिश के दिनों में नागरिकों को जलभराव की समस्या से परेशान होना पड़ेगा। नालों के पटे होने से पानी निकासी नहीं हो पाएगी। पिछली दफा भी नालों की ठीक तरीके से सफाई न होने के कारण नागरिकों को जलभराव की समस्या से जूूझना पड़ा था।
पालिका का दावा, 94 नालों की सफाई हो चुकी
नगर पालिका परिषद रायबरेली का दावा है कि शहर क्षेत्र में कुल 99 में से 94 नालों की सफाई का कार्य कराया जा चुका है। शेष पांच नालों की सफाई का कार्य कराया जा रहा है। नालों की सफाई में 50 कर्मचारी के अलावा चार जेसीबी, दो पुकलैंड का प्रयोग किया जा रहा है। जल्द शेष नालों की सफाई भी हो जाएगी।
सोनिया नगर, नया पुरवा में तो लगानी पड़ती नाव
शहर क्षेत्र के सोनिया नगर और नया पुरवा मोहल्ले में रहने वाले नागरिकों को सबसे ज्यादा जलभराव का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में इन मोहल्लों में जलभराव इस कदर होता है कि यहां पर लोगों को आने जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। पिछली बार जलभराव ने यहां के लोगों को परेशान किया था। नया पुरवा निवासी मो. अशफाक, मनोज कुमार कहते हैं कि पानी निकासी के इंतजाम न होने से जलभराव होता है। हर बार समस्या दूर कराने का आश्वासन मिलता है, लेकिन कुछ नहीं होता है।
सोनिया नगर निवासी दिनेश वर्मा, अजमल कहते हैं कि जलभराव की समस्या से राहत दिलाने के लिए प्रयास करने चाहिए। इसका खामियाजा हम लोगों को उठाना पड़ता है। नया पुरवा, सोनिया नगर के अलावा किला बाजार, घोसियाना, धमसी का राय पुरवा, मटिहा रोड समेत अन्य क्षेत्रों में भी जलभराव की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ता है।
जलभराव से निपटने के लिए 15 कर्मियों की बनाई गई टीम
मानसून को देखते हुए नालों की सफाई का कार्य पूरा करा लिया गया है। यदि कहीं पर नालों पर अतिक्रमण कर लिया गया है तो उसे हटवाया जाएगा। जलभराव से नागरिकों को राहत दिलाने के लिए पालिका में तैनात 15 कर्मचारियों की एक अलग से टीम भी गठित कर दी गई है। बारिश के दौरान यह टीम जलभराव वाले मोहल्लों में जाकर पानी निकासी का काम करेगी।
– स्वर्ण सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद रायबरेली
पानी निकासी के हो रहे इंतजाम
शहर की आबादी को जलभराव से राहत दिलाने के लिए नालों की सफाई कराई जा चुकी है। पालिका की तरफ से पानी निकासी के इंतजाम भी किए जा रहे हैं, ताकि बारिश के दौरान मोहल्लों में जलभराव न होने पाए। शहरवासियों को जलभराव से राहत दिलाने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
शत्रोह्न सोनकर, पालिकाध्यक्ष