उरई। आशा संगिनी की भर्ती से जुड़ी फाइल कार्यवाहक सीएमओ डॉ. डीके भिटौरिया ने तलब की है। 17 आशा संगिनी की आननफानन हुई भर्ती पर सवाल उठ रहे थे। आरोप है कि तत्कालीन सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने जाते-जाते यह भर्ती करा दी है।
मंगलवार को सीएमओ डॉ. भिटौरिया ने कहा कि जिस वक्त यह भर्ती हुई थी, उस वक्त वह कानपुर देहात में विभागीय विजिट पर थे। उन्हें भर्ती संबंधी जानकारी नहीं है। वह नोडल अधिकारी डॉ. एपी वर्मा से भर्ती संबंधी फाइल मंगाकर देखते हैं, अगर गड़बड़ी मिलती है निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।
चार साल से अधिक समय तक जिले में जमे रहे सीएमओ डॉ.एनडी शर्मा के कार्यकाल में दवा व सामग्री की खरीद, वाहनों के अनुबंध, निर्माण, भर्ती, तैनाती आदि की शिकायतें होती रही थीं। इसके बाद भी उन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। उनके ट्रांसफर के बाद शिकायतें शुरू हो गईं हैं। सीएमओ डॉ.भिटौरिया का कहना है कि जो भी शिकायतें आएंगी तो उनकी जांच कराई जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई भी होगी।
उन्होंने कहा कि कुछ डॉक्टरों की शिकायतें मिली हैं कि वह ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे हैं और उनका वेतन निकलता रहा। ऐसे डॉक्टरों के बारे में संबंधित सीएचसी, पीएचसी के प्रभारी से वार्ता करेंगे। कुछ पीएचसी में सालों से चिकित्सक जमे हैं। ऐसे चिकित्सकों की भी जानकारी लेकर नियमानुसार उनका भी स्थान परिवर्तन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वैसे तो वह जिले के लिए नए नहीं हैं। फिलहाल जिला क्षय रोग अधिकारी और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अब शासन की मंशा के अनुसार काम किया जाएगा। कोशिश होगी कि छोटी हो या बड़ी स्वास्थ्य इकाई, सभी में समान रूप से मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं मिले। स्टाफ समय से ड्यूटी पर पहुंचे। इसके लिए निरीक्षण कर व्यवस्थाएं सुधारेंगे। निजी अस्पतालों के मानकों की भी जांच होगी।
डॉ.जगजीवन राम बने नेत्र अस्पताल के प्रभारी
उरई। जिला अस्पताल और नेत्र अस्पताल की ओटी में मिल रही शिकायतों के लिए पूर्व सीएमएस डॉ. जगजीवन राम को प्रभारी बनाया गया है। उनके साथ वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. एके पांडेय को भी लगाया गया है। यह दोनों चिकित्सक नेत्र अस्पताल के साथ जिला अस्पताल की ओटी की जिम्मेदारी संभालेंगे। शिकायत और समस्याओं का समाधान करेंगे। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आनंद उपाध्याय ने बताया कि डॉ. जगजीवन राम को नेत्र अस्पताल का प्रभारी बनाया गया है। (संवाद)
