
सांकेतिक तस्वीर
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पैरा मेडिकल संस्थानों को फर्जी मान्यता देने के मामले में पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड एक भोजपुरी अभिनेता है। वह बरेली जेल में बंद है। दो सप्ताह पहले ही बरेली पुलिस ने उसको इसी तरह के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उसका एक साथी भी शामिल है। विभूतिंखड पुलिस भी उसकी तलाश में थी।
तस्दीक करने के बाद पुलिस अब कोर्ट से बी-वारंट लेकर आरोपी को अपने केस में शामिल करेगी। बरेली पुलिस से भी पूरे प्रकरण की जानकारी लेकर दस्तावेज जुटाए हैं। उप्र स्टेट मेडिकल फैकल्टी के सचिव डॉ. आलोक कुमार ने 19 अप्रैल को विभूतिखंड थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि स्टेट पैरा मेडिकल फैकल्टी के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई गई।
जिसको संचालित करने वाले लोगों ने प्रदेश में करीब सवा सौ संस्थानों को फर्जी मान्यता दे दी गई। इसका दफ्तर साइबर हाईट्स बिल्डिंग में है। पुलिस की दबिश के बाद से उसमें ताला पड़ गया था। वहां के कर्मचारियों को पुलिस ने फर्जीवाड़े की जानकारी दे थी।
पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो पता चला कि बरेली निवासी विनोद यादव नाम का शख्स मास्टरमाइंड है। जब पुलिस बरेली पहुंची तो पता चला कि 13 अप्रैल को बरेली के इज्जतनगर थाने की पुलिस ने विनोद व उसके साथ जगदीश चंद्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस के मुताबिक विनोद भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी काम कर चुका है।