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उत्तर प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को अब गर्मी में पसीना नहीं बहाना पड़ेगा। समग्र शिक्षा माध्यमिक के तहत विभाग स्कूलों में सोलर पैनल लगवा रहा है। हर विद्यालय में पांच केवीए का एक प्लांट लगाया जाएगा। वहीं राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में केमेस्ट्री और बायोलॉजी की लैब भी बन रही है। ऐसे में जब नए सत्र 2023-24 में स्कूल शुरू होंगे तो विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

प्रदेश में नौवीं से 12वीं तक के 2359 राजकीय स्कूल हैं। पहले चरण में 1060 विद्यालयों में सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक 638 विद्यालयों में पैनल गए हैं और 420 में लगने हैं। नेडा के माध्यम से इन विद्यालयों में पांच केवीए का प्लांट लगवाया जा रहा है। नए सत्र तक इन विद्यालयों में यह प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य है। इससे स्कूल बिजली के मामले में आत्मनिर्भर भी होंगे।

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दूसरी तरफ विद्यालय के बच्चों को प्रैक्टिकल की बेहतर सुविधा देने के लिए भी काम चल रहा है। अब तक 125 विद्यालयों में केमेस्ट्री और बायो की लैब बन गई हैं। जबकि कुल 217 में इनका निर्माण होना है। ताकि नए सत्र में इनका प्रयोग शुरू हो सके।

हर स्कूल में बनेंगी स्मार्ट क्लास

माध्यमिक शिक्षा के निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने कहा कि स्कूलों में नए कक्षों का निर्माण हो गया है। अब इनको स्मार्ट क्लास रूम के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि राजकीय विद्यालय के विद्यार्थी भी अत्याधुनिक माध्यमों से अपनी पढ़ाई कर सकें। उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म की काफी सुविधाएं देने की तैयारी और काम चल रहा है। हमारे राजकीय माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को नए सत्र में अपने स्कूलों की बदली हुई तस्वीर दिखेगी। बचे हुए काम को भी जल्द से जल्द पूरा कराएंगे।

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