
घायल यशवीर ने बताया कि वह और अन्य लोग नींद में थे, कैंटर कुछ देर रुका रहा तो उन्होंने चालक से वजह पूछी, जिस पर उसने बताया कि सीएनजी खत्म हो गई गई है। पीछे आने वाले कैंटर से अपने कैंटर को खिंचवा कर पंप तक ले जाएंगे।
हादसे की सूचना पर ट्रैक्टर ट्रॉली से घटनास्थल जा रहे थे लोग
इसी बीच फोन आया कि जिस कैंटर का इंतजार कर रहे है, वह हादसे का शिकार हो गया है। इसके बाद रविंद्र और अन्य लोग सड़क पार कर दूसरी ओर पहुंच गए। ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक मोनू निवासी चैंडोली खुर्द अतरौली ने बताया कि ईंटें उतराने के बाद वह हैंडपंप पर पानी पी रहा था, तभी यह लोग उसकी ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार हो गए, पूछने पर बताया कि उनकी एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई है, उन्हें वहां जाना है।
मौत का कारण- पसलियां टूटना, ब्रेन हेमरेज
अलीगढ़ में हजारीलाल, अमर और हरीशचंद्र के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के अनुसार, तीनों की मौत का कारण पसलियों का बुरी तरह से टूटना, ब्रेन हेमरेज के साथ शरीर से बहुत ज्यादा खून निकल जाना पाया गया है।