झांसी। नगर निकाय चुनावों के लिए शुक्रवार को उम्मीदवारों के बीच चुनाव चिन्हों का आवंटन हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग ने महापौर एवं पार्षद पद के लिए अलग-अलग चुनाव चिन्ह जारी किए थे। पार्षद पद उम्मीदवारों के बीच सबसे अधिक होड़ उगता सूरज चुनाव चिन्ह हथियाने की दिखी। हालात यह रहे कि तकरीबन प्रत्येक वार्ड में ही यह चुनाव चिन्ह किसी न किसी उम्मीदवार के खाते में गया वहीं, चिड़िया का घोंसला, पेपर वेट, भुट्टा जैसे चुनाव चिन्ह लेने में उम्मीदवारों की दिलचस्पी नहीं रही।

राज्य निर्वाचन आयोग ने पार्षद एवं नगर पंचायत सदस्य पद के लिए कुल 42 चुनाव चिन्ह तय किए थे। शुक्रवार को उम्मीदवारों के बीच इनका आवंटन हुआ। नियमों के मुताबिक उम्मीदवार के नाम के हिंदी वर्णक्रम के बढ़ते हुए क्रम में इनका आवंटन किया जाना था। उम्मीदवारों से पांच मनपंसद चुनाव चिन्ह बताने को कहा गया था। पार्षद एवं नगर पंचायत सदस्य पद के लिए 750 से अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। आज दोपहर जब चुनाव चिन्हों को आवंटन आरंभ हुआ तब अधिकांश उम्मीदवारों ने पहले पांच मनपसंद चुनाव चिन्ह में उगता हुआ सूरज को शामिल किया था। इसके चलते नगर निगम के 60 वार्ड में 53 वार्ड में यह चिन्ह आवंटित किए गए। जिन उम्मीदवारों का नाम हिंदी वर्णमाला में पहले आ गया, वह उम्मीदवार यह चिन्ह हासिल करने में कामयाब रहे। अन्य उम्मीदवारों को दूसरे चुनाव चिन्ह पर संतोष करना पड़ा। निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच अनाज ओसाता किसान, खजूर का पेड़, गुलाब का फूल, घंटी, शंख, चश्मा, तराजू, ताला-चाभी, धान का पौधा, कुर्सी आदि की भी डिमांड रही। वहीं, महापौर पद के लिए 39 चुनाव चिन्ह तय किए गए थे। इनमें केला का पेड़, रेल का इंजन, सैनिक, शंख, रिक्शा तलवार आदि चुनाव चिन्ह उम्मीदवारों की ओर से भरे गए थे। चुनाव अधिकारियों का कहना है कि कई दफा एक खास चुनावी चिन्ह हथियाने को लेकर उम्मीदवारों में विवाद हो जाता है लेकिन, इस दफा विवाद नहीं हुआ।



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