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महक की इलाज के दौरान मौत हो गई। – फोटो : amar ujala
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बाराबंकी जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के हजरतपुर गांव में सात की मासूम बच्ची महक को खूंखार कुत्तों ने नोंच कर मार डाला। गंभीर हालत में बच्ची को जिला अस्पताल से लखनऊ के लोहिया अस्पताल रेफर किया गया। बच्ची के पूरे शरीर पर गहरे जख्म थे, उसकी सांस नली भी कट गई थी। इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई।
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जहांगीराबाद के हजरतपुर गांव निवासी सुनील कुमार गौतम राजगीर का काम करते हैं। इनकी दो संतानों में सात साल की महक व चार साल का पुत्र शौर्य है। परिजनों के अनुसार शुक्रवार शाम महक घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान सात-आठ आवारा कुत्ते पहुंच गए। इन्हें देख कर बच्ची डर कर भागी तो कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया।
इस दौरान अन्य बच्चे तो किसी तरह जान बचाकर भाग निकले, लेकिन महक को कुत्तों ने दबोच लिया। मासूम चीखती रही और खूंखार कुत्ते उसके शरीर को नोचते रहे। बच्ची की चीख सुनकर आसपास के ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंचे और कुत्तों को खदेड़ कर बच्ची को बचाया। गंभीर हालत में परिजन बच्ची को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे लखनऊ के लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद से मृतका के पिता सुनील और मां बेसुध हैं।
पहले भी हमलावार हो चुके हैं कुत्ते
26 जनवरी 2024 को पुलिस लाइन में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात गौरव तिवारी अपने दो साल के बच्चे अथर्व को लेकर आए थे। बच्चे को बाहर खड़ा कर थाने के अंदर गए ही थे कि पांच-छह कुत्तों ने मासूम अथर्व पर हमला कर उसे गंभीर घायल कर दिया था। महीना भर चले इलाज के बाद किसी तरह उसकी जान तो बच गई लेकिन शरीर पर कुत्तों के काटने के 40 घाव आज भी टीस देते हैं।
हर दिन 50 से 60 लोग हो रहे शिकार
जिला अस्पताल, संयुक्त अस्पताल सिरौलीगौसपुर सहित जिले में संचालित 21 सीएचसी पर रोजाना 80 से 90 लोग रैबीज का टीका लगवाने पहुंचते हैं। यह टीका इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। इसमें अकेले जिला अस्पतान में 20 से 25 लोग आते हैं। इनमें से 50 से 60 लोग आवारा कुत्तों के काटे जाने के शिकार होते हैं। बाकी 20 से 25 लोग बिल्ली, बंदर व अन्य जानवरों का शिकार बनते हैं।
ईओ संजय शुक्ला का कहना है कि इसकी रोकथाम के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनाने की योजना है। जल्दी इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। इसके साथ नगर पालिका क्षेत्र में कुत्ता पालने के लिए लाइसेंस की प्रक्रिया भी शुरू कराई जाएगी। आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान भी संचालित किया जाएगा।