रायबरेली के सलोन से अयोध्या का रास्ता सुगम होगा। इसके लिए सलोन-जगदीशपुर मार्ग फोरलेन बनाने की कवायद तेज हो गई है। एक ओर जहां किसानों को मुआवजा वितरण किया जा रहा है, वहीं चौड़ीकरण के दायरे में आने वाले 2100 पेड़ों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वन विभाग ने चौड़ीकरण के दायरे में आने वाले पेड़ों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है।
सलोन से अयोध्या जाने के लिए अभी लोगों को सलोन-जगदीशपुर के टू लेन सड़क मार्ग से निकलना पड़ता है। इससे जाम की समस्या रहती है। वहीं, रास्ते में परशदेपुर, नसीराबाद और अमेठी जिले के जायस व जामो में जाम से जूझना पड़ता है। अब सलोन से जगदीशपुर हाईवे को फोरलेन कर दिया जाएगा। इससे जाम की समस्या दूर होगी और सफर भी सुगम होगा।
सलोन से जगदीशपुर तक 53 किमी का फोरलेन बनेगा। इसके निर्माण से रायबरेली-प्रतापगढ़, रायबरेली-सुल्तानपुर और रायबरेली-अयोध्या हाईवे जुड़ जाएंगे। अभी तीनों हाईवे अलग-अलग हैं, जिससे लोगों को यातायात की दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। फोरलेन हाईवे बनने से सलोन, अमेठी, प्रतापगढ़ के लोग आसानी से अयोध्या धाम जा सकेंगे।
वर्तमान समय में सबसे अधिक दिक्कत प्रतापगढ़ के लोगों को है। यदि किसी को प्रतापगढ़ से अयोध्या जाना है, तो वह रायबरेली जिला मुख्यालय से होकर निकलता है। इसके लिए उन्हें 40 से 50 किमी का चक्कर काटना पड़ रहा है।
वन निगम को भेजी जाएगी रिपोर्ट
चौड़ीकरण के दायरे में करीब 2100 पेड़ आ रहे हैं। इनमें कौन-कौन प्रजापति के पेड़ हैं। वन विभाग इसकी रिपोर्ट तैयार कर वन निगम को भेजेगा। इसके बाद वन निगम पेड़ों को हटाने का काम शुरू करेगा।
वन क्षेत्राधिकारी सलोन श्याम सुंदर त्रिपाठी का कहना है कि सलोन-जायस मार्ग को फोरलेन बनाने के लिए पेड़ों को हटाया जाएगा। कौन-कौन प्रजापति के पेड़ लगे हैं, इसका सर्वे कराया जा रहा है। जल्द रिपोर्ट वन निगम को सौंपी जाएगी।